Written By Kajol Ashok Lachake
वो जिंदगी कहाँ है, जो बचपन में थी... वो जिंदगी कहाँ है, जो खिलौने वाली थीं... वो भी क्या दिन थे, जब हम बच्चे थे, जब सारी चीज़ एक बार कहने पर मिलती थी... कहाँ है वो जिंदगी, जिसे जिने के लिए अब हर मोड पर किंमत चुकानी पडती है... काश की मिल जाए वो जिंदगी, तो एक बार फिर से जी लेंगे हम... काश की मिल जाए वो जिंदगी, तो एक बार फिर से आसमान छु ले हम...Download
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